मौसम विज्ञानियों के अनुमानों के मुताबिक ही मौसम का रुख बदला है। मौसम का रुख बदलने के बाद पारे में तो गिरावट आई ही साथ ही वातावरण में नमी में इजाफा भी हो गया है। हालांकि, अनुमानों के मुताबिक अगले 41 दिनों में मानसून भी सोनभद्र के रास्ते पूर्वांचल में दस्तक दे देगा। इसके बाद मौसम का रुख पूरी तरह से बदल जाएगा। वहीं मानसून के आगमन के पूर्व स्थानीय परिस्थितियां वातावरण में बारिश भी करा सकती हैं। इस समय बादलों की कमी है लेकिन अरब सागर में बने हालात पूर्वांचल में बारिश करा भी सकते हैं।
मंगलवार की सुबह आसमान साफ रहा और वातावरण में ठंड भी घुली रही। सुबह ठंडी हवाओं का जोर तो रहा लेकिन बादल नदारद रहे। हवाओं का जोर रहने के बाद सुबह नौ बजते ही धूप भी चटख हो चली और लोगों को ठंड का अहसास भी धीरे धीरे गर्मी में बदलता महसूस हुआ। आसमान साफ होने की वजह से ठंड का असर भी नदारद हो गया और वातावरण में गर्मी का असर शुरू हो गया। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि लोकल हीटिंग के साथ ही वातावरण में नमी का स्तर भी बढ़ने लगा है इसका असर भी जल्द बादलों के रूप में देखने को मिलेगा।
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 35.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से पांच डिग्री कम रहा, न्यूनतम तापमान 25.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री अधिक रहा। इस दौरान वाराणसी सहित पूर्वांचल के कई जिलों में मामूली बूंदाबांदी भी दर्ज की गई। आर्द्रता इस दौरान अधिकतम 55 फीसद और न्यूनतम 45 फीसद दर्ज की गई। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि जल्द ही नमी का स्तर दोबारा पूर्वांचल में बूंंदाबांदी कराएगा। जबकि इस सप्ताह बादलों की आवाजाही का संकेत मौसम विभाग ने भी दिया है।