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Saturday, September 21, 2024

प्रशांत किशोर से भी न हो पाएगा! जानें कांग्रेस के हाल पर भाजपा और टीएमसी की राय

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों का दौर जारी है। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि इससे कांग्रेस को कोई फायदा नहीं होगा। खास बात है कि किशोर लगातार कांग्रेस के बड़े नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। वह इससे पहले बिहार में सत्तारूढ़ JD(U) का भी हिस्सा रह चुके हैं।

समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में टीएमसी महासचिव कुणाल घोष ने कहा, ‘चुनावी रणनीतिकार कभी भी टीएमसी में शामिल नहीं हुए। वह हमारे राजनीतिक विश्लेषक थे।’ किशोर के कांग्रेस में जाने को लेकर उन्होंने कहा, ‘किशोर एक चुनावी रणनीतिकार हैं। वह टीएमसी नेता नहीं हैं। वह किसी भी पार्टी से बात कर सकते हैं। हम जानते हैं कि कांग्रेस का असफलताओं का इतिहास रहा है। अगर कांग्रेस खुद को फिर से जीवित करना चाहती है, तो कोशिश कर सकती है। हमारा मुख्य ध्यान भाजपा को हराने में है।’

उन्होंने कहा, ‘जैसे बंगाल में है, टीएमसी मजबूत है। अगर कांग्रेस को लगता है कि वह लड़ सकते हैं और भाजपा को हरा सकते हैं, तो उनका स्वागत है।’ विधानसभा चुनाव 2021 में किशोर टीएमसी ने टीएमसी के साथ काम किया था।

वहीं, भाजपा नेता मनोज टिग्गा का कहना है, ‘कांग्रेस फिर से जीवित नहीं होने वाली। यह एक लोकतांत्रिक देश है और कोई भी किसी भी पार्टी में शामिल हो सकता है। लेकिन कांग्रेस की वापसी मुश्किल है। 2024 में फिर भाजपा की जीत होगी।’

जहांगीरपुरी मामले में भाजपा-टीएमसी में तकरार


जहांगीरपुरी में नेताओं की एंट्री रोके जाने को लेकर घोष ने कहा, ‘हमने कभी भी बागतुई (रामपुरहाट) जाने से राजनीतिक प्रतिनिधियों को नहीं रोका, क्योंकि हम जानते थे कि कुछ भी छिपाने के लिए नहीं है और हम सच्चाई को बाहर लाना चाहते थे, लेकिन भाजपा क्यों दूसरे सियासी दलों को जहांगीरपुरी जाने से रोक रही है? ऐसा इसलिए क्योंकि वे तथ्य या साजिश छिपा रहे हैं।’

टिग्गा ने कहा, ‘दिल्ली सरकार केजरीवाल चला रहे हैं, जो ममता दी के दोस्त हैं। इसलिए उन्हें टीएमसी फैक्ट-फाइंडिंग टीम को रोके जाने को लेकर उनसे सवाल करना चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘जहां तक बागतुई का सवाल है, हां उन्होंने विपक्ष की फैक्ट फाइंडिंग टीम को जाने से नहीं रोका। लेकिन हम बात किससे करें? पीड़ितों को बागतुई गांव से हटाकर दूसरी जगह ले जाया गया। यह सच्चाई है।’

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