राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छात्र शाखा एबीवीपी ने दावा किया कि वामपंथी संगठनों के सदस्यों ने होस्टल में एक पूजा आयोजित करने से रोकने की कोशिश की. दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर पथराव करने और उनके सदस्यों को घायल करने का आरोप लगाया है. पुलिस को कैंपस में बुलाया गया है.
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पश्चिम) मनोज सी के हवाले से लिखा है, ‘अभी तक कोई हिंसा नहीं हुई है. एक विरोध प्रदर्शन किया गया जो खत्म हो गया है. हम सभी अपनी टीम के साथ यहां तैनात हैं. विश्वविद्यालय के अनुरोध पर हम यहां आए हैं. हम शांति बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं.’
JNUSU ने साथ ही आरोप लगाया है कि एबीवीपी ने हंगामा करने के लिए ‘मारपीट और गुंडागर्दी’ की है. छात्र संघ ने एक बयान में कहा, ‘वे सभी छात्रों के लिए डिनर के मेनू को बदलने और उसमें सामान्य नॉनवेज खाने को हटाने के लिए मेस कमेटी पर हमला कर रहे थे. जेएनयू और इसके होस्टल सभी वर्गों के छात्रों के लिए है, ये केवल एक विशेष वर्ग के लिए नहीं है.’
JNUSU के आरोपों का एबीवीपी ने खंडन किया है. एबीवीपी ने कहा, रामनवमी के शुभ अवसर पर दोपहर साढ़े तीन बजे कावेरी होस्टल में कुछ छात्रों ने पूजा और हवन कार्यक्रम का आयोजन किया था. इस पूजा में बड़ी संख्या में जेएनयू के आम छात्र शामिल हुए. जिसके बाद वामपंथी विचारधारा वाले छात्र वहां पर विरोध करने, बाधा डालने और पूजा को रोकने के लिए पहुंचे. उन्होंने ‘भोजन के अधिकार’ (नॉनवेज खाना) के मुद्दे पर झूठा हंगामा किया है.’
रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रदर्शन कर रहे कई छात्र इस दौरान जख्मी हो गए, जिन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
कुछ छात्र अभी भी परिसर के आसपास विरोध कर रहे हैं
न्यूज एजेंसी ANI ने जेएनयू की छात्रा सारिका के हवाले से लिखा है, ‘दोपहर में सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हुआ कि एबीवीपी के सदस्य परिसर के अंदर नॉनवेज खाने की मंजूरी नहीं दे रहे. मेस में आमतौर पर वीकेंड पर नॉनवेज खाना बनाया जाता है. हालांकि, एबीवीपी सदस्य नॉनवेज खाना नहीं बनाने दे रहे.’
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