मास्टर प्लान 2041 अगले 20 सालों में दिल्ली के विकास की रूपरेखा ही प्रस्तुत नहीं करता, बल्कि दिल्ली वासियों को एक सुनहरे कल की तस्वीर भी दिखाता है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मास्टर प्लान के प्रस्तावों को लेकर लोग खासे उत्साहित हैं। उनको विश्वास ही नहीं हो रहा कि भविष्य की दिल्ली ऐसी भी हो सकती है। दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने 486 पृष्ठों का यह मास्टर प्लान बुधवार को अपनी वेबसाइट पर अपलोड किया था। जैसे-जैसे दिल्ली वासियों को सार्वजनिक सूचना और मीडिया के जरिये इसकी जानकारी मिली, उनके मन में इस बाबत अधिक जानने की जिज्ञासा पैदा होने लगी। लोगों को सबसे ज्यादा नाइट लाइफ इकोनामी आकर्षित कर रही है।
जानकारी के मुताबिक बृहस्पतिवार को दिनभर डीडीए के हेल्प डेस्क पर फोन बजता रहा। हर काल पर फोन करने वाला व्यक्ति डीडीए स्टाफ से यही जानना चाह रहा था कि नाइट लाइफ में क्या होगा, कैसे होगा और क्या यह वाकई संभव हो पाएगा। न्यूयार्क और शंघाई की तरह क्या दिल्ली भी 24 घंटे दौड़ेगी, यहां भी लोग अब देर रात तक पार्टी कर सकेंगे, परिवार संग बाहर आउटिंग पर जा सकेंगे, क्या ऑफिस और दुकानें 24 घंटे खुली रहेंगी इत्यादि। कुछ बुजुर्ग लोगों ने आशंका जताई कि कहीं पूर्व के मास्टर प्लान की तरह इस बार भी यह कागज का पुलिंदा ही तो बनकर नहीं रह जाएगा। बृहस्पतिवार शाम तक डीडीए के पास 25 लोगों का ईमेल भी आ चुका हैं। इसमें ज्यादातर ने इस प्लान को और बेहतर बनाने के लिए सुझाव दिए हैं तो अपनी कुछ अन्य अपेक्षाएं भी जताई हैं। डीडीए सभी प्रतिक्रियाएं दर्ज कर रहा है। इन सभी को 45 दिन पूरे होने के बाद कंपाइल कर जन सुनवाई में रखा जाएगा। इसके बाद जो भी सुझाव व्यावहारिक होंगे, उन्हें मास्टर प्लान का हिस्सा बनाया जाएगा।
डीडीए को मिले कुछ सुझाव
- 1. न्यूयार्क की तर्ज पर दिल्ली में भी सेंट्रल पार्क बनाया जाए।
- 2. सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को इलेक्टि्रक किया जाए।
- 3. हर घर के लिए एक पौधा लगाना अनिवार्य किया जाए।
- 4. वर्षा जल संचयन प्रणाली को बेहतर और कारगर बनाया जाए।
- 5. ग्रीन टायलेट को बढ़ावा दिया जाए।
- 6. पुनर्विकास के लिए 70 फीसद सहमति लेना जरूरी हो।
- 7. फिटनेस सेंटर और जिम को अलग-अलग किया जाए।
- 8. मोरी गेट इलाके का भी पुनर्विकास सुनिश्चित किया जाए।
- 9. वायु प्रदूषण को जड़ से खत्म करने के लिए प्रयास किए जाएं।
- 10. मास्टर प्लान केवल कागजी पुलिंदा न रहे, इसके प्रविधानों का क्रियान्वयन भी सुनिश्चित किया जाए।
लीनू सहगल (योजना आयुक्त, डीडीए) के मुताबिक, मास्टर प्लान 2041 को लेकर दिल्ली वासियों की सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। लोगों के मन में भविष्य की दिल्ली के बारे में जानने की बहुत जिज्ञासा है। हर किसी के विचार नोट किए जा रहे हैं। मास्टर प्लान को अंतिम रूप देने से पूर्व इन सभी पर विचार किया जाएगा।