अप्रैल के पहले हफ्ते से ठीक ठाक गर्मी के लिए तैयार हो जाइऐ। पांच अप्रैल से अचानक तापमान बढ़ सकता है। उमस और गर्मी का सितम शुरू हो जाएगा। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी होगी। हवा की रफ्तार कम हो जाएगी। यह परिवर्तन नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से होगी, जिसके चार अप्रैल तक जम्मू कश्मीर के ऊपर आने का अनुमान है।
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया की पश्चिमी विक्षोभ के जाने के बाद से उत्तर पश्चिमी हवा मैदानी क्षेत्रों में गर्म हवा लेकर आ रही है। इसका असर तीन अप्रैल तक रह सकता है। उत्तर पश्चिमी हवा पर ब्रेक लग जाएगा। पारा न सिर्फ बढ़ेगा, बल्कि 44 से 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की आशंका है। लू फिर से चलने लगेगी। राजस्थान के पास बना चक्रवाती हवा का क्षेत्र कमजोर पड़ गया है। इसकी वजह से हवा में गर्माहट का असर कुछ कम हुआ है। शुक्रवार और शनिवार को तापमान तीन से पांच डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। अंडमान निकोबार द्वीप समूह और बंगाल की खाड़ी से सटे भागों पर निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। ट्रफ लाइन झारखंड से तमिलनाडु तक विकसित है। गुरुवार को अधिकतम तापमान 36.2, न्यूनतम 18.6 डिग्री सेल्सियस रहेगी। अधिकतम आर्द्रता 26 फीसद रह गई है। हवा की औसत गति 10.8 किलोमीटर प्रति घंटे रिकार्ड हुई।