नई दिल्ली. बंगाल की खाड़ी में विक्राल रूप ले रहा चक्रवाती तूफान ‘मिचौंग’ अभी तटीय इलाकों में पहुंचा भी नहीं है कि उसका प्रकोप दिखने लगा है. तूफान के असर के चलते रविवार को तमिलनाडु और रायलसीमा में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हुई. केरल और तटीय आंध्र प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हुई है. चक्रवाती तूफान ‘मिचौंग’ बंगाल की खाड़ी में इस वक्त चेन्नई से 230 किलोमीटर ईस्ट-साउथ ईस्ट में हैं. यह पुडुचेरी के पूर्व में 250 किलोमीटर की सीध में मौजूद है. आंध्र प्रदेश तट से देखने पर, चक्रवात नेल्लोर के दक्षिण-पूर्व में 350 किमी की दूरी पर है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि ‘मिचौंग’ के सोमवार पूर्वाह्न तक पश्चिम-मध्य खाड़ी की ओर बढ़ने और एक गंभीर चक्रवात में तब्दील होने की आशंका है. इससे पहले, आईएमडी ने ‘माइचौंग’ के लिए अपने नजरिए को अपडेट करते हुए इसे खतरनाक चक्रवात के रूप में अपग्रेड किया, जिसमें अधिकतम निरंतर हवा की गति 90 किमी प्रति घंटे से लेकर 110 किमी प्रति घंटे तक रहती है.
केंद्र सरकार की तूफान पर नजर
कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में शुक्रवार को राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) की बैठक हुई, जिसमें बंगाल की खाड़ी में आने वाले चक्रवात ‘मिचौंग’ के लिए राज्य सरकारों और केंद्रीय मंत्रालयों, विभागों की तैयारियों की समीक्षा की गई. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के महानिदेशक ने समिति को चक्रवात ‘माइचौंग’ की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी दी.